38 लाख निवेशकों के लिए खुशखबरी, मार्केट खुलते ही रॉकेट की तरह उड़ा अनिल अंबानी का यह शेयर, जानें इसकी बढ़त का कारण!
38 लाख निवेशकों के लिए खुशखबरी, मार्केट खुलते ही रॉकेट की तरह उड़ा अनिल अंबानी का यह शेयर, जानें इसकी बढ़त का कारण!
रिलायंस पावर कभी शेयर बाजार की प्रमुख कंपनियों में से एक थी। इसका प्रमाण यह है कि इसके रिटेल निवेशकों की संख्या 38 लाख है। 2008 में इसके आईपीओ को रिकॉर्ड बोलियां मिली थीं।
भारी कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर है। आज बाजार खुलते ही कंपनी का शेयर अपर सर्किट पर पहुंच गया। बीएसई पर यह 10% की तेजी के साथ 28.67 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जबकि पिछले सत्र में यह 26.07 रुपये पर बंद हुआ था। कंपनी ने घोषणा की है कि उसने अपना सारा कर्ज चुका दिया है और अब वह एकल आधार पर कर्ज-मुक्त कंपनी बन गई है। कंपनी पर करीब 800 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था जिसे अब चुका दिया गया है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में भारी उछाल देखने को मिला और कंपनी का मार्केट कैप 11,408.20 करोड़ रुपये हो गया।
सूत्रों के अनुसार, रिलायंस पावर ने दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच विभिन्न बैंकों के साथ कई ऋण निपटान समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें आईडीबीआई बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस शामिल थे। कंपनी ने इन बैंकों का पूरा कर्ज चुका दिया है। दिसंबर 2023 में रिलायंस पावर ने अरुणाचल प्रदेश में प्रस्तावित 1,200 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना के विकास अधिकार टीएचडीसी को 128 करोड़ रुपये में बेचे। मार्च 2024 में कंपनी ने महाराष्ट्र के वाशपेट में अपनी 45 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना को 132 करोड़ रुपये में जेएसडब्ल्यू रिन्यूएबल एनर्जी को बेच दिया।
कर्ज कैसे चुकाया
इन परियोजनाओं की बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी ने अपना कर्ज चुकाने में किया। रिलायंस पावर के पास 38 लाख से अधिक खुदरा निवेशकों की भागीदारी के साथ 4,016 करोड़ रुपये का शेयर आधार है। कंपनी की परिचालन क्षमता 5900 मेगावाट है, जिसमें 3960 मेगावाट का सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) और उत्तर प्रदेश में 1200 मेगावाट का रोजा ताप-विद्युत संयंत्र शामिल है। सासन यूएमपीपी दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत कोयला-आधारित बिजली संयंत्रों में से एक है। रिलायंस पावर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 34.35 रुपये और न्यूनतम स्तर 13.80 रुपये है।
रिलायंस पावर कभी शेयर बाजार की पसंदीदा कंपनियों में से एक थी। इसके हर एक शेयर के लिए निवेशक बेताब रहते थे। जनवरी 2008 में इसके आईपीओ को रिकॉर्ड बोलियां मिली थीं। इसके रिटेल निवेशकों की संख्या रिलायंस इंडस्ट्रीज से भी अधिक थी। उस समय रिलायंस पावर के शेयरों का भाव करीब 261 रुपये था। फोर्ब्स इंडिया की 2007 में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, उस समय अनिल अंबानी की नेटवर्थ 45 बिलियन डॉलर थी और वे देश के तीसरे सबसे बड़े रईस थे। लेकिन आज उनकी कई कंपनियां बिकने के कगार पर हैं और उनकी नेटवर्थ लगभग शून्य हो चुकी है।
Leave a Reply